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मौसम अपडेट : पौष माह में सावन जैसी झड़ी, छत्तीसगढ़ में अगले चार दिनों तक बारिश से राहत नहीं ओलावृष्टि भी संभावित…

देशभर में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रही बारिश और उत्तर भारत की बर्फबारी के चलते पूरे प्रदेश में मौसम बदल सा गया है। बारिश के साथ ही ठंडी हवा और दिन में तेजी से कम हुए तापमान के कारण ठंड का अहसास और बढ़ गया।

24 घंटे ऐसा ही रहेगा मौसम का मिजाज

मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर हरियाणा के ऊपर में स्थित है। यहीं से एक द्रोणिका 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश तक बनी हुई है तो दूसरी द्रोणिका उत्तर अंदरूनी-कर्नाटक से उत्तर मध्य- महाराष्ट्र 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके कारण प्रदेश में मंगलवार को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होगी और प्रदेश में एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी संभावित है। बारिश की वजह से अधिकतम तापमान में कमी आएगी, लेकिन न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा। आने वाले तीन चार दिनों तक मौसम का मिजाज कुछ इसी तरह का रहेगा।

बेमेतरा में सबसे ज्यादा बारिश

मौसम विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार बेमौसम बारिश का असर सबसे ज्यादा बेमेतरा जिले में हुआ है। वहीं बालोद में भी अच्छी बारिश हुई। दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक में भी बारिश हुई जबकि धमथा और दुर्ग विकासखंड में केवल फुहारें ही पड़ी।

पौष माह में सावन जैसी झड़ी

राजनांदगांव। सोमवार को पौष माह में सावन जैसी रिमझिम बारिश हुई। दोपहर बाद शुरू हुआ फुहारों वाली बारिश शाम तक रूक-रूककर होती रही। जिले में बीते 24 घंटों में पांच मिमी से अधिक बारिश रिकार्ड की गई। असमय हुई बारिश से अधिकतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की रिगावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को प्रदेश के उत्तरी भाग में विंड कांफ्लुएंस जोन यानी पवन संगम क्षेत्र बनने की संभावना है। इस कारण अगले तीन दिनों तक वातावरण इसी तरह बने रहने की संभावना जताई गई है।

सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। दोपहर में काले बादलों ने पूरे आसमान को ठंड दिया। दो बजे के बाद रिमझिम बारिश शुरू हो गई। कुछ-कुछ देर में यह तेज बूंदों के रूप में बरसी शाम तक फुहारें पड़ती रही। इससे हल्की गर्मी से काफी राहत महसूस की गई। एक दिन पहले तक अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री पर था। बारिश के चलते यह 23 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। इससे दिन में भी ठिठुरन का अहसास हुआ।

बताया गया कि ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर हरियाणा के ऊपर में स्थित है। यहीं से एक द्रोणिका 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश तक स्थित है। एक द्रोणिका उत्तर अंदरूनी-कर्नाटक से उत्तर मध्य- महाराष्ट्र 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसका असर सीमा से सटे राजनांदगांव जिले में भी पड़ रहा।

आज ओलावृष्टि भी संभावित

मंगलवार को भी हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि भी संभावित है। अधिकतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है जबकि न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। प्रदेश के उत्तरी भाग में विंड कांफ्लुएंस जोन बनने की संभावना है। इसके कारण प्रदेश में अभी फिलहाल अगले तीन दिनों तक मौसम में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। प्रदेश के उत्तरी भाग (सरगुजा संभाग) में मौसम में आंशिक सुधार होने की संभावना है, किंतु आंशिक रूप से बादल बने रहने तथा एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना बना हुआ रहेगा।

प्रमुख शहरों में मौसम का हाल

शहर अधिकतम अंतर न्यूनतम अंतर

राजनांदगांव 23.5 0 17.7 5

रायपुर 22.5 -5 17.5 5

बिलासपुर 24.4 -3 16.4 4

दुर्ग 26.2 -1 16.9 3

तापमान

अधिकतम- 26.2 डिग्री सेल्सियस

न्यूनतम- 16.9 डिग्री सेल्सियस

ऐसे हुई बारिश

दुर्ग

दुर्ग- 1.2 मिमी

पाटन- 9 मिमी

धमधा- 0 मिमी (फुहारें)

बेमेतरा

बेमेतरा- 23.9 मिमी

साजा- 12 मिमी

बेरला- 9 मिमी

बालोद-

बालोद- 6 मिमी

गुंडरदेही -12 मिमी

डौंडी- 10 मिमी

𝐁𝐇𝐈𝐒𝐌 𝐏𝐀𝐓𝐄𝐋

𝐄𝐝𝐢𝐭𝐨𝐫 𝐚𝐭 𝐇𝐈𝐍𝐃𝐁𝐇𝐀𝐑𝐀𝐓 𝐋𝐢𝐯𝐞 ❤
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