जशपुर अवैध शराब के अंतर्राज्यीय सिंडिकेट पर जशपुर पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशिमोहन सिंह के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन आघात’ के तहत, पुलिस ने अवैध अंग्रेजी शराब की एक बड़ी खेप को पकड़ा है। यह कार्रवाई दिनांक 07 अक्टूबर 2025 को सिटी कोतवाली जशपुर क्षेत्रांतर्गत नेशनल हाइवे 43 पर ग्राम आगडीह के पास की गई, जिसने शराब तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
क्या है यह मामला?
जशपुर पुलिस को मुखबिर से पुख्ता सूचना मिली थी कि एक संदेहास्पद ट्रक क्रमांक RJ-09-GE-0124 में भारी मात्रा में अवैध अंग्रेजी शराब लोड है। यह खेप पंजाब/हरियाणा से जशपुर होते हुए रांची (झारखंड) और अंततः बिहार ले जाई जा रही थी। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया गया और एसपी शशि मोहन सिंह के निर्देश पर तत्काल नाकाबंदी की योजना बनाई गई।
नाकाबंदी के दौरान, उक्त संदेही ट्रक को आगडीह के पास नेशनल हाइवे 43 पर घेराबंदी करके रोका गया। ट्रक की गहन तलाशी ली गई, जिसमें पता चला कि तस्करों ने शराब की कार्टूनों को छिपाने के लिए भूसी की बोरियों का इस्तेमाल किया था। ट्रक के ट्राली में भूसी के नीचे छिपाकर रखे गए 426 कार्टून अंग्रेजी शराब जब्त की गई।
जब्त माल और गिरफ्तार आरोपी
इस कार्रवाई में पुलिस ने ट्रक चालक सहित दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया और विधिवत गिरफ्तार किया।
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विवरण |
संख्या/राशि |
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जब्त शराब के कार्टून |
426 कार्टून |
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शराब की बोतलें |
6300 बोतलें |
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जब्त शराब की कुल मात्रा |
3825 लीटर |
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जब्त शराब की अनुमानित कीमत |
लगभग ₹22,26,168 रुपए |
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जब्त ट्रक (RJ-09-GE-0124) की कीमत |
लगभग ₹12 लाख रुपए |
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कुल जब्त माल की अनुमानित कीमत |
लगभग ₹34,26,168 रुपए |
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गिरफ्तार आरोपी 1 (चालक) |
रणवीर सिंह, उम्र 42 वर्ष, निवासी तरनताल, पंजाब |
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गिरफ्तार आरोपी 2 |
जगदीप सिंह, उम्र 30 वर्ष, निवासी तरनताल, पंजाब |
गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध थाना सिटी कोतवाली जशपुर में धारा 34(1) और 34(2) आबकारी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
सिंडिकेट का ‘ड्रॉप-पॉइंट’ पैटर्न: एक शातिर चाल
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यह जशपुर अवैध शराब तस्करी सिंडिकेट अत्यंत ही शातिर तरीके से काम करता है। पुलिस की जांच में एक स्पष्ट पैटर्न सामने आया है:
- लालच और अज्ञानता: ड्राइवरों को मोटी रकम (वर्तमान मामले में ₹50,000) का लालच देकर ट्रक एक निश्चित स्थान से दिया जाता है।
- गुप्त गंतव्य: ड्राइवरों को पूरी खेप का गंतव्य नहीं बताया जाता। उन्हें केवल एक ‘ड्रॉप-पॉइंट’ (जैसे: रोहतक से रांची) तक ट्रक पहुंचाने के लिए कहा जाता है।
- श्रृंखला प्रणाली (Relay System): ड्रॉप-पॉइंट पर सिंडिकेट का कोई अन्य सदस्य ट्रक ले लेता है और ड्राइवर को वापस भेज दिया जाता है। वर्तमान मामले में, ट्रक रोहतक (हरियाणा) से रांची (झारखंड) लाया जा रहा था, जहाँ से कोई अन्य व्यक्ति इसे बिहार ले जाता।
- कम टोल वाले मार्ग: तस्कर केवल उन्हीं मार्गों का उपयोग करते हैं जहाँ टोल नाका और पुलिस नाका कम होते हैं, जैसे कि रोहतक, ग्वालियर, अंबिकापुर, जशपुर से रांची वाला रास्ता।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि पुलिस की एंड-टू-एंड इन्वेस्टिगेशन जारी है। इस गिरोह के बारे में पुलिस के हाथ कुछ महत्वपूर्ण सुराग लगे हैं और जल्द ही इस बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश किया जाएगा।
जशपुर पुलिस की ‘ऑपरेशन आघात’ में इस वर्ष की उपलब्धि
जशपुर पुलिस ने ‘ऑपरेशन आघात’ के तहत नशे के सौदागरों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई कर रही है। वर्तमान प्रकरण को मिलाकर, जशपुर अवैध शराब तस्करी के चार ट्रकों को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है।
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विवरण |
संख्या/राशि |
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पकड़े गए ट्रकों की कुल संख्या (इस वर्ष) |
4 ट्रक |
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जब्त कार्टून की कुल संख्या |
2734 कार्टून |
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जब्त शराब की कुल मात्रा |
24,440 लीटर |
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कुल जब्त माल की अनुमानित कीमत |
₹2 करोड़ से अधिक |
यह बड़ी सफलता जशपुर पुलिस के निरंतर प्रयास, मजबूत मुखबिर तंत्र और थाना प्रभारी सिटी कोतवाली जशपुर आशीष कुमार तिवारी, सहायक उप निरीक्षक मनोज भगत और उनकी टीम (प्रधान आरक्षक भोला सिंह राठौर, आरक्षक उपेन्द्र सिंह, राम प्रताप यादव, प्रवीण तिर्की, अभय तिर्की, रवि राम व नगर सैनिक थानेश्वर देशमुख) की सक्रियता को दर्शाती है।
एसपी शशि मोहन सिंह ने स्पष्ट किया है कि जशपुर अवैध शराब तस्करी के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा और किसी भी कीमत पर तस्करों को बख्शा नहीं जाएगा।




















