मौसम अपडेट: अरब सागर में पहले से ही एक स्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र सक्रिया है, जो कोकण और गोवा के तटीय क्षेत्र के पास बना हुआ है। साथ ही, बंगाल की खाड़ी में भी अगले हफ्ते की शुरुआत में एक नया लो प्रेशर बनने की संभावना है। दोनों ओर एक साथ ऐसे सिस्टम बनने से भारत के दोनों तटीय हिस्सों पर मौसम का डबल अटैक जैसा असर हो सकता है। जिससे एक साथ कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। यही स्थितियाँ मुख्यभूमि (केरल) में दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून की सामान्य तिथि के विपरीत आज, 24 मई, 2025 को केरल में प्रवेश कर गया है
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून शनिवार को केरल पहुंच चुका है। आमतौर पर, दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल में दस्तक देता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है। लेकिन इस बार मानसून से आठ दिन पहले आ गया है। यह 2009 के बाद से सबसे जल्दी आगमन है
25 मई को बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हलचल
25 मई 2025 को पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने की संभावना है। अगले 48 घंटों में यह और संगठित होकर स्पष्ट निम्न दबाव में बदल सकता है। समुद्र में अनुकूल परिस्थितियाँ इस सिस्टम को और विकसित होने में मदद करेंगी, जिससे 27 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया बन सकता है। हालांकि अभी इस सिस्टम का आगे क्या रुख होगा, यह कह पाना मुश्किल है क्योंकि 4–5 दिनों से आगे के मौसम मॉडल की सटीकता कम होती है।
आज, 24 मई 2025 को भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने पर अपडेट
दक्षिण-पश्चिम मानसून दक्षिण अरब सागर के शेष भागों, पश्चिम-मध्य और पूर्व-मध्य अरब सागर के कुछ भागों, पूरे लक्षद्वीप क्षेत्र, केरल, माहे, कर्नाटक के कुछ भागों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के शेष भागों; तमिलनाडु के कई भागों, दक्षिण-पश्चिम और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के शेष भागों, पश्चिम-मध्य और उत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ भागों और मिजोरम के कुछ भागों में आज, 24 मई 2025 को आगे बढ़ गया है। इस प्रकार, दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून की सामान्य तिथि के विपरीत आज, 24 मई, 2025 को केरल में प्रवेश कर गया है।
मानसून की उत्तरी सीमा 13°N/55°E, 13°N/60°E, 13.5°N/65°E, 15°N/70°E, कारवार, शिमोगा, धर्मपुरी, चेन्नई, 15°N/83°E, 18°N/87°E, सैहा, 25°N/96°E, 27°N/98°E से होकर गुजरेगी।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के अगले 2-3 दिनों के दौरान मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, पूरे गोवा, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, कर्नाटक के कुछ और हिस्सों, तमिलनाडु के शेष हिस्सों, पश्चिम-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ और हिस्सों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं।