छत्तीसगढ़शिक्षा/एजुकेशन

ज़िले में अत्यधिक वर्षा होने के कारण तीन दिन स्कूल ऑगनबाड़ी केंद्रों में रहेगा अवकाश, कलेक्टर ने जारी किया आदेश…

बेमेतरा 26 जुलाई 2024 : जिले में पिछले चार-पाँच दिनों से अत्यधिक वर्षा होने के कारण कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने जिले के समस्त शासकीय, अशासकीय एवं अनुदान प्राप्त विद्यालयों और समस्त ऑगनबाड़ी केन्द्रों में आगामी तीन दिवस (दिनांक 27,28 एवं 29 जुलाई 2024 तक) अवकाश घोषित किया है।

जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया है। अभिभावकों और विद्यार्थियों को इस दौरान सतर्क रहने की सलाह दी गई है।यह अवकाश शिक्षकगण, विद्यालयीन स्टॉफ एवं ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका के लिए लागू नहीं होगा। इस आशय का आदेश जारी कर दिया है।

जान जोखिम में डालकर नदी-नाले पार ना करें : कलेक्टर

कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने मानसून के चलते ज़िले में और आसपास पिछले दिनों हो रही बारिश भारी बारिश संभावित अतिवृष्टि, नदी-नालों के उफान तथा बाढ़ की स्थिति निर्मित होने की वजह से लोगों की जान की सुरक्षा के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता एवं तत्काल राहत पहुँचने के संबंधित अधिकारियों व ज़िले के सभी एसडीएम को निर्देश दिए। जिले में मानसून के दौरान भारी बारिश व बाढ़ से होने वाली जनहानि और धनहानि को रोकने के मकसद से जिला स्तर पर तैयारियां पिछले जून से शुरू हो गई थी।

कलेक्टर ने जिले के सभी एसडीएम और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जलभराव वाले क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण करें और आवश्यकतानुसार राहत कार्यों को सुनिश्चित करें। आपातकालीन सेवाओं को और सक्रिय करें। ताकि जानकारी मिलने पर किसी भी जरूरतमंद को त्वरित सहायता मिल सके।

आगे भी भारी बारिश की संभावना को देखते हुए कलेक्टर श्री शर्मा ने जिले वासियों से अपील करते हुए कहा है कि नदी-नालों, पुराने पुल-पुलिया आदि को पार करते समय एहतियात बरतें। सोशल मीडिया पर तस्वीर में देखने आया कि कुछ लोग जान जोखिम में डालकर उफनते नदी-नाले पार कर रहे है । इसके अलावा नदी-नालों में बच्चों-युवकों की मौज-मस्ती की तस्वीर देखने मिली है। ऐसे लोगों से ख़ास कर अपील है कि वे अपनी जान से खिलवाड़ न करें,सुरक्षित रहे। आपदा की जानकारी मिलने पर जिला स्तरीय बाढ़ कन्ट्रोल रूम 07824-222103 में इसकी सूचना दें। यह कंट्रोल रूम चौबीसों घंटे काम कर रहा है।

कलेक्टर श्री शर्मा ने जन सामान्य से कहा कि वे अपने शहर या गांव में जल भराव, बाढ़ की संभावना और विगत वर्ष में बाढ़ के सबसे उच्च स्तरों को जानें। अपनी बहुमूल्य वस्तुओं और महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रखें। अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य तथा सहायता केन्द्र की जानकारी रखें। आपातकालीन किट तैयार करें, जिसमें सूखा खाद्य पदार्थ, पेयजल, आवश्यक दवाएं, जरूरी कागजात, आपात दूरभाष नम्बर मोमबत्ती, माचिस, रस्सी आदि शामिल हों तथा इन्हें उपयोग हेतु चालू हालत में रखे।

जल भराव, बाढ़ की संभावना को देखते हुए पालतू जानवरों को पहले से ही सुरक्षित तथा ऊंचे स्थानों पर भेज दें या जल स्तरबढ़ रहा हो, तो उन्हें खुला छोड़ दें। जल भराव बाढ़ की चेतावनी मिलने पर उसका पालन करें, अपने पड़ोसियों को सूचित करें तथा सुरक्षित, ऊंचे स्थानों पर चलें जाएं यदि स्थान छोड़ रहे हैं, तो अपने साथ आपातकालीन किट जरूर ले जाएं। घर छोड़ने से पहले बिजली का मुख्य स्विच, गैस और पानी के नलों को बंद कर दें एवं मित्रों व रिश्तेदारों को अपने प्रस्थान की जानकारी दें। पुलिस और दमकल अधिकारियों के अनुदेशों का पालन करें व उन्हें सहयोग दें, आपकी सुरक्षा उनका ध्येय है। उबाला हुआ या क्लोरीन की टेबलेट से साफ किया हुआ पानी पियें। सांप, विषधर प्राणियों से बचकर रहें, प्रायः बाढ़ के समय सांप के काटने की घटनाएं होती है। नवीनतम जानकारी हेतु स्थानीय मौसम और समाचार रिपोर्टों को सुनें। अपने आसपास वातावरण को साफ एवं स्वच्छ रखें।

कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ का पानी न पियें और न ही उससे भोजन पकाएं। बाढ़ के पानी के सम्पर्क में आया हुआ खाद्य पदार्थ न खायें। बाढ़-ग्रस्त क्षेत्र में न जाएं तथा गाड़ी चलाने से बचें। मदद के बिना बाढ़ के पानी में न जाएं, बच्चों को बाढ़ के पानी के पास खेलने ना दें। उन बिजली उपकरणों का प्रयोग न करें, जो बाढ़ के पानी में भीगे हों। अफवाहें न फैलायें और न ही उन पर ध्यान दें।

𝐁𝐇𝐈𝐒𝐌 𝐏𝐀𝐓𝐄𝐋

𝐄𝐝𝐢𝐭𝐨𝐫 𝐇𝐈𝐍𝐃𝐁𝐇𝐀𝐑𝐀𝐓 𝐋𝐈𝐕𝐄 𝐍𝐞𝐰𝐬
error: Content is protected !!