छत्तीसगढ़ मौसम अपडेट : छत्तीसगढ़ में तेज गर्मी और उमस के बीच शनिवार देर रात से मौसम अचानक बदला। इसके चलते रात में रायपुर और तड़के दुर्ग जिले के कुछ इलाकों में जोरदार बारिश हुई। हालांकि सुबह होते-होते फिर तेज धूप निकल आई है। इसके चलते एक बार फिर गर्मी बढ़ गई है।
वहीं अगले 5 दिनों तक रायपुर, दुर्ग और कांकेर संभाग में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने 23 सितंबर से फिर बस्तर संभाग के कई जिलों के लिए भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश में एक-दो स्थानों पर आज गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है।
बीजापुर में सबसे ज्यादा बारिश
शनिवार को प्रदेश में मानसून की सक्रियता सामान्य से कम रही। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक बारिश बीजापुर के कुटरु में 50 मिमी हुई है। वहीं गंगालूर, कुसमी, सुकमा, दंतेवाड़ा में 30 मिमी, पखांजूर, सगीदम, उसूर में 20 मिमी और दोरनापाल में 1 0 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
क्या कहना है मौसम विज्ञानी का
समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका बीकानेर, गुना, मंडला, राजनांदगांव, गोपालपुर से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। 23 सितंबर को उत्तर-पश्चिम और पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। जिसकी वजह से बस्तर संभाग के जिलों में बारिश हो सकती है।
क्या है मानसून की विदाई
प्रदेश में मानसून की विदाई को 8 दिन बचे है। 1 जून से 30 सितंबर का मानसून सीजन होता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, मानसून जब शुरू होता है तब पूरे देश में हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम हो जाती है। जून से सितंबर यानी मानसून अवधि में हवा अरब सागर की ओर से होकर पूरे पूरे भारत में बहती है।
इसलिए इसे दक्षिण-पश्चिम मानसून कहा जाता है। इस तरफ से आने वाली हवा अपने साथ समुद्र की नमी लेकर आती है और इसी से बारिश होती है। मानसून विदा होने का मतलब है कि हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम से बदलकर उत्तर और उत्तर-पूर्व हो जाना। इस सीजन में अब तक 1160.1 मिमी बारिश हो चुकी है, जो औसत से 5 प्रतिशत अधिक है।
रायपुर में देर रात झमाझम बारिश हुई। इसके बाद कुछ इलाकों में हल्के बादल छाए हुए हैं।
रायपुर में आज हल्के बादल छाए रहेंगे। वहीं दिन का तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री के आस-पास रहने की संभावना है। शनिवार को रायपुर ने तेज धूप ने लोगो को परेशान किया दिन का पारा 35.3 डिग्री रहा जो समान्य से 3.7 डिग्री ज्यादा था।
ऐसा रहा तापमान
प्रदेश में शनिवार को सबसे ज्यादा तापमान 35.8°C मुंगेली और न्यूनतम तापमान 21.9°C अंबिकापुर में दर्ज किया गया। बिलासपुर में दिन का पारा सामान्य से 2.5 डिग्री अधिक रहा। अंबिकापुर में 3.4 डिग्री, जगदलपुर में 2.3 डिग्री पारा अधिक रहा।
बिलासपुर मौसम अपडेट : सरगुजा व जशपुर से ज्यादा बिलासपुर में बरसे मेघ
बिलासपुर में एक जून से अब तक झमाझम पानी गिरा है। हालांकि पिछले साल से कम है, लेकिन औसत बारिश के मुकाबले स्थिति बेहतर है। मौसम विभाग का कहना है कि, मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर बीकानेर, शिवपुरी, सीधी, जमशेदपुर, दीघा और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक स्थित है।
बिलासपुर में 25 से 27 सितंबर के बीच एक बार फिर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
बिलासपुर। इंद्रदेव इस साल भी बिलासपुर पर मेहरबान हैं। सावन व भादो में अच्छी बारिश ने किसानों को खुश कर दिया है। मौसम विभाग का ताजा आंकड़ा बता रहा है कि सरगुजा, जशपुर व सक्ती से ज्यादा बिलासपुर में मेघ बरसे हैं। बारिश की दृष्टि से जीपीएम, जांजगीर, मुंगेली व कोरबा ही बिलासपुर से आगे हैं।
एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम-मध्य बंगाल के खाड़ी और उससे लगे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। दूसरा ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर अंडमान सागर और उसके आसपास 21 सितंबर को बनने की संभावना है। इसके उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ने के बाद, इसके प्रभाव से एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर 23 सितंबर को बनने की संभावना है। ऐसी स्थिति में एक बार फिर सिस्टम सक्रिय होकर बरसात करा सकती है।
आज से बारिश की गतिविधियों में वृद्धि
प्रदेश में 21 सितंबर को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। बारिश की गतिविधि में वृद्धि होने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ यह भी मान रहे हैं कि 25 से 27 सितंबर के बीच एक बार फिर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जिसके बाद खंड बारिश होगी।
विदाई के लिए स्थिति अनुकूल
मौसम विज्ञानी डा. एचपी चंद्रा का कहना है कि, राजस्थान के कुछ भाग से दक्षिण पश्चिम मानसून के विदाई के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनने की संभावना बन रही है। प्रदेश में भी अक्टूबर के प्रथम पखवाड़े में विदाई का अनुमान है। हालांकि इस बीच हल्की से मध्यम बारिश का क्रम जारी रह सकता है।
राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 1099.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 22 सितम्बर सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 2314.3 मिमी और बेमेतरा जिले में सबसे कम 570.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा जिले में 591.3 मिमी, सूरजपुर में 1082.9 मिमी, बलरामपुर में 1627.8 मिमी, जशपुर में 940.2 मिमी, कोरिया में 1065.8 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 1054.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।
इसी प्रकार, रायपुर जिले में 914.0 मिमी, बलौदाबाजार में 1137.6 मिमी, गरियाबंद में 1024.2 मिमी, महासमुंद में 864.2 मिमी, धमतरी में 979.9 मिमी, बिलासपुर में 945.1 मिमी, मुंगेली में 1054.8 मिमी, रायगढ़ में 992.6 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 632.6 मिमी, जांजगीर-चांपा में 1146.0 मिमी, सक्ती 976.1 मिमी, कोरबा में 1333.9 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 1134.9 मिमी, दुर्ग में 631.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 854.1 मिमी, राजनांदगांव में 1090.5 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1198.3 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 819.4 मिमी, बालोद में 1136.3 मिमी, बस्तर में 1225.7 मिमी, कोण्डागांव में 1116.5 मिमी, कांकेर में 1363.1 मिमी, नारायणपुर में 1343.3 मिमी, दंतेवाड़ा में 1477.0 मिमी और सुकमा जिले में 1636.8 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।
प्रमुख स्थानों में दर्ज बारिश / स्थान बारिश (मिमी)
बिलासपुर 943.5
सरगुजा 654.5
सक्ति 942.1
जशपुर 917.1
जीपीएम 1179.2
जांजगीर 1136.9
कोरबा 1310.2
कोरिया 1036
मुंगेली 1044.7
रायगढ़ 975.7