छत्तीसगढ़ मानसून विदाई की शुरुआत हो चुकी है और अब प्रदेश में वर्षा की गतिविधि में उल्लेखनीय कमी आने वाली है। मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि 6 अक्टूबर के बाद न केवल वर्षा की तीव्रता घटेगी, बल्कि पूरे प्रदेश में इसका वितरण भी कम हो जाएगा। इसका सीधा मतलब है कि राज्य अब धीरे-धीरे शुष्क मौसम की ओर बढ़ रहा है।
पिछले 24 घंटों में छिटपुट बारिश: सुकमा में सबसे ज्यादा
बीते 24 घंटों के दौरान, छत्तीसगढ़ मानसून विदाई के बावजूद, प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है। दक्षिणी छत्तीसगढ़ के जिलों में इसका प्रभाव अधिक देखने को मिला।
- सर्वाधिक वर्षा: सुकमा जिले में 49.3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
- अन्य प्रमुख क्षेत्र: दोरनापाल में 5 सेमी, कुसमी में 4 सेमी, जबकि दौरा कोचली, लोरमी, देवभोग, भैसमा, और छाल में 3 सेमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
यह वर्षा मुख्यतः दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा और स्थानीय सिनोप्टिक सिस्टम के कारण हुई।
तापमान में हल्का उतार-चढ़ाव जारी, बिलासपुर सबसे गर्म
मानसून की वापसी के साथ ही तापमान में भी मामूली उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। यह परिवर्तन संकेत देता है कि प्रदेश का मौसम चक्र अब शीतकाल की ओर बढ़ रहा है।
- सबसे गर्म: बिलासपुर में अधिकतम तापमान 31.8°C दर्ज किया गया।
- सबसे ठंडा: राजनांदगांव में न्यूनतम तापमान 21°C तक गिरा।
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान दिया है कि आने वाले दिनों में जब बादल छंटेंगे और मौसम शुष्क होगा, तो दिन के तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि हो सकती है।
सिनोप्टिक सिस्टम और मानसून की वापसी की स्थिति
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, वर्तमान में कई मौसमी प्रणालियाँ सक्रिय हैं जो छत्तीसगढ़ मानसून विदाई की प्रक्रिया को प्रभावित कर रही हैं:
- मानसून वापसी रेखा: दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा अब गुजरात से उत्तर प्रदेश तक पहुंच चुकी है, जो स्पष्ट रूप से प्रदेश से मानसून के हटने की पुष्टि करती है।
- चक्रवाती परिसंचरण: उत्तर-पूर्व बिहार और झारखंड के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जो समुद्र तल से 4.5 किमी की ऊंचाई तक फैला हुआ है।
- द्रोणिका (ट्रफ): उत्तर बिहार से झारखंड और उत्तर ओडिशा तक एक द्रोणिका बनी हुई है।
इन प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से ही कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा की स्थिति बनी हुई है।
अगले 24 घंटे: गरज-चमक और वज्रपात की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए कुछ हिस्सों में मौसम चेतावनी जारी की है।
- संभावना: प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, साथ ही गरज-चमक और वज्रपात (Lightning) की संभावना है।
- सलाह: नागरिकों को विशेष रूप से खुले स्थानों और पेड़ों के नीचे रहने से बचने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
दो दिनों बाद कम होगी बारिश की गतिविधि
6 अक्टूबर के बाद छत्तीसगढ़ मानसून विदाई के साथ वर्षा वितरण और तीव्रता में और भी महत्वपूर्ण कमी आने की उम्मीद है। हालांकि कुछ छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश जारी रह सकती है, लेकिन अधिकांश जिलों में मौसम अब शुष्क होने लगेगा, जो रबी फसलों की बुवाई और अन्य कृषि कार्यों के लिए उपयुक्त मौसम होगा।
राजधानी रायपुर के लिए स्थानीय पूर्वानुमान
रायपुर में भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा:
- 6 अक्टूबर: आकाश सामान्यतः मेघमय रहेगा।
- वर्षा संभावना: गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है।
- तापमान: अधिकतम तापमान लगभग 31°C और न्यूनतम तापमान 24°C के आसपास रहने का अनुमान है।




















