छत्तीसगढ़

महासमुन्द : दसवीं और बारहवीं के बच्चों की पढ़ाई के लिए ऑनलाईन कोचिंग व्यवस्था करने के कलेक्टर ने दिए निर्देश…

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महासमुन्द 01 अप्रैल 2021 जिले में कोविड-19 की दूसरी लहर के मद्देनजर बढ़ते संक्रमण के मामलें को देखते हुए इसे फैलने से रोकने एवं संक्रमण से बचाव के लिए जिले के स्कूल बंद हैं। वहीं दसवीं और बारहवीं के बच्चों के लिए जिले में शुरू की गयी निःशुल्क कोचिंग भी कोरोना के कारण बंद हैं। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज स्कूल शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि कक्षा दसवीं और बारहवीं की परीक्षा नजदीक हैं। समय को देखते हुए ऐसे में बच्चों की बेहतर पढ़ाई के लिए आॅनलाईन कोचिंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि इसकी तत्काल कार्ययोजना बनाए। ताकि बच्चें घर पर आॅनलाईन कोचिंग का लाभ उठाकर अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ शिक्षकों से पात्र लोगों का टीकाकरण के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। वहीं उन्होंने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को कहा कि वे भी आॅगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और ब्लाॅक स्तर पर पदस्थ अधिकारी-कर्मचारियों को लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने के लिए पे्ररित करें। उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीन लगाने का कार्यक्रम एक दिन पहले व्हाट्सएप पर डाल दिया जाता है। इसके अनुसार अपने-अपने क्षेत्र के लोगों को समय रहते टीकाकरण के लिए जागरूक करें। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की भी जानकारी ली।

मालूम हो कि कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने 10 वीं व 12 वीं के बच्चों के और बेहतर पढ़ाई और परीक्षा की अच्छी तैयारी के लिए कोचिंग पढ़ई तुहर दुआर की तर्ज पर कोचिंग तुहर दुआर शुरू की गयी थी। प्रशासनिक अधिकारी भी जरूरत के मुताबिक बच्चों को परीक्षा की तैयारी की टीप के साथ सवाल याद करने गुर भी बता रहे थे। किन्तु कोरोना के दूसरे लहर के कारण और बच्चों की स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए फिलहाल यह कोचिंग बंद कर दी गयी है। यह कोचिंग 1 मार्च से जिले के 40 जगह पर एक साथ शुरू की गई है। कक्षा 10 वीं व 12 वीं के 5000 से ज्यादा बच्चें कोचिंग तुहर दुआर का सीधा लाभ उठा रहे थे। कोचिंग तुहर दुआर जिले के 40 शिक्षा केन्द्रों और जरूरत के हिसाब से राजस्व कार्यालयों के सभाकक्षों में चलायी जा रही है।

दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों की बेहतर पढ़ाई के लिए विषय विशेषज्ञ शिक्षकों से गुणवत्ता युक्त शिक्षा 5000 से ज्यादा बच्चों को दी जा रही है। इस पर व्यय राशि जिला खनिज न्यास मद से दी गयी है। जिले की भौगोलिक स्थिति के आधार पर अध्यापन कार्य के लिए कोचिंग केन्द्र की संख्या महासमुन्द में 08 केन्द्र, बागबाहरा में 07 केन्द्र, पिथौरा में 11 केन्द्र, बसना में 07 केन्द्र, सरायपाली में 07 केन्द्र इस तरह कुल 40 केन्द्रों में बच्चों को परीक्षा की तैयारी करायी जा रही थी। कलेक्टर ने आदिम जाति विकास अधिकारी से वनाधिकार पट्टा संबंधी जानकारी ली।

𝐁𝐇𝐈𝐒𝐌 𝐏𝐀𝐓𝐄𝐋

𝐄𝐝𝐢𝐭𝐨𝐫 𝐚𝐭 𝐇𝐈𝐍𝐃𝐁𝐇𝐀𝐑𝐀𝐓 𝐋𝐢𝐯𝐞 ❤
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