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छत्‍तीसगढ़ मौसम अपडेट : 25 वर्षों का टूटा रिकार्ड, मानसून के पहले भीषण गर्मी की चपेट में छत्‍तीसगढ़, दो दिन लू की चेतावनी, यलो अलर्ट जारी, जानें प्रदेश भर में कब तक पहुंचेगा मानसून..

छत्‍तीसगढ़ मौसम अपडेट : दक्षिण पश्चिम मानसून की आगे बढ़ने की रफ्तार बढ़ने लगी है और अब इसकी आहट भी शुरू होने लगी है, लेकिन इसके पहले पूरे प्रदेश का हाल गर्मी से बेहाल है। मौसम विभाग ने मंगलवार व बुधवार के लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में लू चलने की संभावना जताई है। साथ ही मंगलवार को रायपुर, बिलासपुर सहित 11 जिलों के लिए आरेंज अलर्ट और सरगुजा, जशपुर, बिलासपुर, रायपुर सहित 13 जिलों में बुधवार को लू चलने की संभावना है। रायपुर का अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। इसी प्रकार न्यूनतम तापमान भी 31.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस ज्यादा है।

25 वर्षों का टूटा रिकार्ड

इन दिनों सुबह से तपिश शुरू हो जा रही है,जो दोपहर तक और बढ़ जाती है और गर्म हवाओं के साथ तपती धूप से लोग हलाकान हो गए है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि जून की गर्मी में बीते 25 वर्षों का रिकार्ड टूट गया है। इससे पहले वर्ष 1998 में ही जून में ऐसी गर्मी पड़ी है। बीते सात दिनों से लगातार रायपुर सहित प्रदेश भर में अधिकतम तापमान में छह से सात डिग्री की बढ़ोतरी है। दिन के अधिकतम तापमान के साथ ही रात का पारा भी बढ़ा है।

26 तक प्रदेश भर में पहुंचेगा मानसून

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि भले ही अभी कुछ दिन गर्मी से लोगों को और बेहाल होना होगा और लू के भी आसार है। लेकिन राहत वाली बात यह है कि दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेश भर में मानसून 26 जून तक पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही गुरुवार से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट भी शुरू हो जाएगा।

बिलासपुर। न्यायधानी भीषण गर्मी की चपेट में है। रात में सुकून है न दिन में चैन। तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। लू चल रही है। दिन के साथ रात में भी घर की छत और दीवारें गर्म है। मंगलवार की सुबह से सूर्य का असर तेज है। न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

मौसम वेधशाला के मौसम विज्ञानी डॉ एचपी चंद्रा के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून आगे बढ़ते हुए कर्नाटक के कुछ और भाग, आंध्र प्रदेश, पश्चिम मध्य और उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी, गंगेटिक पश्चिम बंगाल के कुछ भाग और झारखंड, बिहार के कुछ भाग, हिमालयीन पश्चिम बंगाल के शेष भाग और सिक्किम में पहुंच गया है। मानसून की उत्तरी सीमा रत्नागिरी, रायचूर, कवाली, कनिंग, श्रीनिकेतन, दुमका है। मानसून को आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बना हुआ है।

अगले दो दिनों में दक्षिण भारत के कुछ भाग, उड़ीसा के कुछ भाग, गंगेटिक पश्चिम बंगाल के कुछ और भाग, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहुंचने की संभावना है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पूर्व बिहार और उससे लगे पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश में 20 जून को एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।

प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने तथा अंधड़ चलने की भी संभावना है।प्रदेश के मध्य और उत्तरी भाग के कुछ जिलों में ग्रीष्म लहर की स्थिति बने रहने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ सिराज खान का कहना है कि गर्मी का यह सिलसिला अब सिर्फ एक-दो दिन ही रहेगा। हालांकि इन एक-दो दिनों में भीषण गर्मी पड़ेगी। इसके बाद धीरे-धीरे तापमान में गिरावट आएगी। मौसम का मिजाज बदलने लगेगा। 25 से 28 जून के बीच बिलासपुर में अच्छी वर्षा की संभावना नजर आ रही है।

𝐁𝐇𝐈𝐒𝐌 𝐏𝐀𝐓𝐄𝐋

𝐄𝐝𝐢𝐭𝐨𝐫 𝐚𝐭 𝐇𝐈𝐍𝐃𝐁𝐇𝐀𝐑𝐀𝐓 𝐋𝐢𝐯𝐞 ❤
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