छत्तीसगढ़ : चक्रवाती घेरे के असर से आज हो सकती है कुछ इलाकों में बारिश, उमस और गर्मी ने लोगों को किया परेशान, बिलासपुर में खंडवर्षा से कहीं बारिश तो कहीं सूखा रहा…
Chhattisgarh Weather Updates: राजधानी समेत प्रदेश भर में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। रविवार को रायपुर के आउटर में बारिश रिकार्ड हुई, वहीं बस्तर इलाके में जमकर मेघा बरसे। इसके अलावा राजनांदगांव में भी बारिश हुई है। इस दिन रायपुर में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। संभावना है कि चक्रवाती घेरे के असर से सोमवार को भी कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
इसकी वजह से होगी बारिश
एक द्रोणिका उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश से तटीय दक्षिण ओडिशा तक पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण झारखंड और उत्तरी ओडिशा होते हुए माध्य समुद्र तल पर स्थित है। साथ ही एक ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक उत्तरी तटीय आंध्रप्रदेश के ऊपर स्थित है। प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छीटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। भारी से अति भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: बस्तर संभाग रहेगा।
यहां इतनी हुई बारिश
प्रदेश के कुछ इलाकों में जबरदस्त बारिश हुई है। इनमें कोंटा में 13 सेंटी मीटर, कटघोरा में 12, साजा में आठ समेत अन्य कई इलाकों में बारिश हुई। रायपुर में सुबह 8:30 बजे तक 11.1 मिली मीटर और शाम तक 0.1 मिली मीटर बारिश रिकार्ड हुई है।
बिलासपुर।Weather Update:
द्रोणिका और ऊपरी हवा में चक्रवात के कारण न्यायधानी में मौसम का तेवर बदला हुआ है। आसमान में काले घने बादल छाए रहने के बाद भी उम्मीद के मुताबिक रविवार को बारिश नहीं हुई। कोनी क्षेत्र में दोपहर को 20 मिनट तक झमाझम बारिश हुई। वहीं शहर के कई इलाकों में सिर्फ बूंदाबांदी हुई। खंडवर्षा के कारण कुछ स्थान सूखा ही रहा।
रविवार को सुबह वातावारण में नमी थी लेकिन दोपहर को उमस ने परेशान किया। अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार के मुकाबले यह स्थिर रहा। लालपुर स्थित मौसम वेधशाला के विज्ञानी डा. एचपी चंद्रा के मुताबिक एक द्रोणिका उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश से तटीय दक्षिण ओडिशा तक पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण झारखंड और उत्तरी ओडिशा होते हुए माध्य समुद्र तल पर स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक स्थित है।
वहीं एक ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा 4.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक उत्तरी तटीय आंध्रप्रदेश के ऊपर स्थित है। इसके प्रभाव से प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छीटें पड़ने की संभावना है। एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। इसका क्षेत्र मुख्यत: बस्तर संभाग रहने की संभावना है।
बिलासपुर में इसका ज्यादा असर नहीं होगा। अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा। पेंड्रारोड में लगभग एकसमान स्थिति है। जिले में अब तक 230.6 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। सामान्य से यह 56 प्रतिशत अधिक है। पिछले साल जून में 240 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई थी। लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए बेल 🔔 आइकन को दबाये