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मौसम विभाग ने पलटा स्काईमेट का पूर्वानुमान, मानसून के सामान्य रहने के दिए संकेत….

इस साल मानसून के दौरान अगस्त-सितंबर में अल नीनो का असर नजर आ सकता है। हालांकि बहुत ज्यादा असर भी दिखाई नहीं देगा। मालूम हो कि सोमवार को ही निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट ने इस साल मानसून में सामान्य से कम वर्षा रहने का अनुमान जताया था।

मौसम अपडेट : महज एक दिन पहले इस साल मानसून में सामान्य से कम बरसात होने का स्काईमेट वेदर का पूर्वानुमान भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने पलट दिया है। आइएमडी का कहना है कि इस साल भी मानसून में सामान्य वर्षा होगी और ऐसा लगातार छठवें साल होगा। मंगलवार को आइएमडी ने मानसून 2023 के लेकर पहला अनुमान जारी किया। मौसम विभाग का मानना है कि इस साल देश में औसत 96 प्रतिशत वर्षा होने का अनुमान है।

मई के अंतिम सप्ताह में दूसरा अनुमान जारी किया जाएगा। मौसम विभाग का यह भी कहना है कि इस साल मानसून के दौरान अगस्त-सितंबर में अल नीनो का असर नजर आ सकता है। हालांकि बहुत ज्यादा असर भी दिखाई नहीं देगा।

मालूम हो कि सोमवार को ही निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट ने इस साल मानसून में ‘सामान्य से कम’ वर्षा रहने का अनुमान जताया था।

पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय और आइएमडी ने सोमवार को संयुक्त पत्रकार वार्ता की। मंत्रालय में सचिव एम रविचंद्रन ने दक्षिण-पश्चिम मानसून में सामान्‍य वर्षा होने के आसार हैं। आईएमडी ने विभिन्‍न माडल्‍स के आधार पर मानसून के बारे में भविष्‍यवाणी की है। आइएमडी के अनुसार, प्रायद्वीपीय भारत के इलाकों के साथ-साथ उत्तर पश्चिम भारत कुछ हिस्‍सों में सामान्‍य बारिश होगी। पश्चिम-मध्‍य भारत और उत्तर पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में सामान्‍य से कम बरसात होने की संभावना जताई गई है।

आइएमडी के महानिदेशक डा मृत्‍युंजय महापात्रा ने कहा कि इस साल अल नीनो का प्रभाव देखने को मिलेगा। मानसून के उत्तरार्ध में इसका प्रभाव नजर आएगा। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह नहीं कि वर्षा कम होगी। बीते कुछ सालों में अल नीनो के दौरान सामान्‍य और उससे ज्‍यादा बरसात भी देखने को मिली है।

मानसून को लेकर नया अपडेट, IMD ने बताया इस बार कितनी होगी बारिश

मानसून को लेकर IMD का अपडेट लोगों के लिए खुशखबरी लाया है। विभाग के अनुसार इस बार सामान्य मानसून रहने की उम्मीद है और अल नीनो की स्थिति के बावजूद इसका असर मानसून पर ज्यादा नहीं पड़ेगा।

मौसम विभाग ने आज एक बार फिर देश में मानसून को लेकर नया अपडेट जारी किया है। IMD का अपडेट आम लोगों और किसानों के लिए खुशखबरी लाया है। विभाग के अनुसार, इस बार सामान्य मानसून रहने की उम्मीद है और अल नीनो की स्थिति के बावजूद इसका असर मानसून पर ज्यादा नहीं पड़ेगा।

एल नीनो से खराब नहीं होगा मानसून

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मौसम विज्ञान महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि इस साल सामान्य मानसून की उम्मीद है। महापात्र ने कहा कि अल नीनो की स्थिति मानसून के मौसम के दौरान विकसित होने की संभावना है और इसका प्रभाव दूसरी छमाही में महसूस किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि सभी एल नीनो साल खराब मानसून वाले साल नहीं होते हैं। इसलिए इस बार भी मॉनसून के साथ अल-नीनो का सीधा संबंध नहीं होगा और सामान्य बारिश होगी।

96 फीसदी रहेगा मानसून

मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम (जून से सितंबर तक) के दौरान सामान्य बारिश देखने को मिलेगी। मानसून इस बार 96 फीसदी (5 फीसदी की त्रुटि मार्जिन के साथ) रहेगा और देश में इस बार 87 सेमी की लंबी अवधि बारिश होगी।

पूर्वी, पूर्वोत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य बारिश

आईएमडी के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम में भारत में सामान्य वर्षा देखने को मिलेगी। प्रायद्वीपीय क्षेत्र के कई हिस्सों यानी पूर्वी, पूर्वोत्तर क्षेत्रों और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य बारिश की संभावना जताई गई है।

दूसरी ओर, दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों, पश्चिम और मध्य क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।

अल नीनो क्या होता है?

अल नीनो दक्षिण अमेरिका के पास प्रशांत महासागर के पानी का गर्म होना होता है। यह मानसूनी हवाओं के कमजोर होने का कारण बनता है और भारत में कम वर्षा से जुड़ा होता है। इससे समंदर का तापमान 5 डिग्री तक बढ़ जाता है और यह दुनिया के मौसम पर असर डालता है।

𝐁𝐇𝐈𝐒𝐌 𝐏𝐀𝐓𝐄𝐋

𝐄𝐝𝐢𝐭𝐨𝐫 𝐚𝐭 𝐇𝐈𝐍𝐃𝐁𝐇𝐀𝐑𝐀𝐓 𝐋𝐢𝐯𝐞 ❤
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