बिलासपुर : मानसून वापसी की ओर है। खंडवर्षा जैसी स्थिति है। बिलासपुर में एक सप्ताह से बादल गायब थे। सिस्टम के फिर से सक्रिय होने के बाद दो-तीन दिनों से रुक-रुककर हल्की बूंदाबांदी तो कहीं रिमझिम फुहारें चल रही हैं। बीते पांच साल की तुलना में इस बार कम बारिश हुई है। एक जून से अब तक 42 इंच बारिश दर्ज की गई है। पिछले साल 49 इंच बारिश हुई थी। अच्छी बात यह है कि अभी बारिश की गुंजाइश बनी हुई है। बारिश की दृष्टि से इस साल की स्थिति ठीक है। किसान खुश हैं। खेतों में हरियाली बिछी हुई है। फसलें लहलहा रही हैं। मानसून इस साल मेहरबान रहा है, लेकिन बीते वर्षों की तुलना में कम।
मौसम वेधशाला के मौसम विज्ञानी डा. एचपी चंद्रा के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून पश्चिमी राजस्थान के कुछ भाग और कच्छ से सोमवार को विदा हो चुका है। मंगलवार रात तक पश्चिमी राजस्थान के कुछ और भाग, पंजाब के कुछ भाग, हरियाणा और गुजरात में दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई हैं। –
शहर में आज बारिश संभावित
बिलासपुर में 25 सितंबर को हल्की बारिश संभावित है। प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं। एक-दो स्थानों पर भारी बारिश होने और वज्रपात की आंशका है। भारी बारिश का संभावित क्षेत्र मुख्य रूप से बस्तर संभाग और उससे लगे जिले हैं।
खाड़ी में एक निम्न दाब का क्षेत्र
मौसम विभाग की मानें तो एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है, इसके प्रभाव से एक निम्न दाब का क्षेत्र पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास बनने की संभावना है। जिसके प्रभाव से अगले कुछ दिन प्रदेश में बारिश का अनुमान है।
पांच वर्षों में बारिश का रिकार्ड/ वर्ष बारिश
- 2024 42 अभी तक
- 2023 49.8
- 2022 58
- 2021 49.3
- 2020 51.2
- 2019 50.8