राजिम/गरियाबंद (छत्तीसगढ़): दिनांक 30.10.25 को लोधिया तालाब, राजिम में मिले अज्ञात शव के मामले में गरियाबंद पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। गहन जांच के बाद पुलिस ने मृतक की पहचान कर हत्या के आरोप में दो वयस्क और दो विधि से संघर्षरत बालकों को गिरफ्तार किया है। हत्या का कारण उधारी के पैसों का विवाद बताया जा रहा है।
🚨 कैसे सुलझा मामला?
अज्ञात शव मिलने की सूचना पर, गरियाबंद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने तत्काल थाना प्रभारी राजिम को पहचान और जांच के निर्देश दिए थे। मर्ग जांच के दौरान यह प्रथम दृष्टया हत्या का मामला पाया गया, जिसके बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई।
मामले की जांच के लिए थाना राजिम और साइबर सेल ने मुखबिरों को सक्रिय किया। मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर, संदेही देवेन्द्र धीवर उर्फ देव, थनेन्द्र साहू उर्फ भोलू और दो विधि से संघर्षरत बालकों की गतिविधियाँ संदिग्ध पाई गईं।
🗣️ मनोवैज्ञानिक पूछताछ में कबूल किया गुनाह
चारों संदिग्धों को हिरासत में लेकर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि:
- घटना की तारीख: 27 अक्टूबर 2025 की शाम।
- स्थान: लोधिया तालाब, राजिम के पास।
- हत्या का कारण: मृतक दुर्गेश साहू को उधारी में दिए गए पैसे वापस मांगने पर विवाद हुआ। दुर्गेश साहू ने पैसा देने से मना कर दिया।
- क्रूरता: गुस्से में आकर सभी ने मिलकर दुर्गेश साहू के साथ मारपीट की। जब दुर्गेश चिल्लाने लगा, तो आरोपी देवेन्द्र धीवर ने पास पड़ी पानी पाउच की बोरी को उसके मुंह में ठूंस दिया। इसके बाद, हत्या के इरादे से हाथ, लात और पत्थर से लगातार मारपीट की गई, जिससे दुर्गेश साहू की मौत हो गई।
🌊 शव छुपाने की कोशिश
हत्या के बाद, सभी आरोपियों ने मिलकर शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। उन्होंने मृतक के हाथ-पैर को कपड़े से बांधा और कमर में पत्थर बांधकर शव को लोधिया तालाब के अंदर फेंक दिया।
👮 गिरफ्तार आरोपी
हत्या के इस प्रकरण में पर्याप्त साक्ष्य पाए जाने के बाद पुलिस ने आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया।
- देवेन्द्र धीवर उर्फ देव (पिता शिवकुमार धीवर), उम्र 18 साल 07 माह, साकिन वार्ड 06 थानापारा राजिम।
- थनेन्द्र साहू उर्फ भोलू (पिता स्व. सत्तूलाल साहू), उम्र 20 साल, साकिन वार्ड क्र. 05 थानापारा राजिम।
- दो विधि से संघर्षरत् बालक।
गरियाबंद पुलिस ने इस जघन्य अपराध की गुत्थी को कम समय में सुलझाकर न केवल मृतक की पहचान सुनिश्चित की, बल्कि अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुँचाने में भी सफलता प्राप्त की है।




















