जशपुर पुलिस मोबाइल रिकवरी अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है। आज, 11 अक्टूबर 2025 को, जशपुर पुलिस ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन करते हुए, जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से चोरी व गुम हुए कुल 27 मोबाइल फोन को ढूंढ निकाला और उन्हें उनके सही मालिकों के सुपुर्द किया। यह विशेष अभियान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) जशपुर, श्री शशि मोहन सिंह के निर्देश पर चलाया गया था, जिसका उद्देश्य नागरिकों की निजी संपत्ति को सुरक्षित और वापस लौटाना था। यह उपलब्धि पुलिस के प्रति आम जनता के विश्वास को और मजबूत करती है और कानून व्यवस्था के प्रति उनकी सक्रियता को दर्शाती है।
पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित हुआ भावुक कार्यक्रम
मोबाइल फोन वापस सौंपने का यह कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक कार्यालय जशपुर के कंट्रोल रूम में आयोजित किया गया। इस दौरान गुम हुए मोबाइलों के मालिकों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर, श्री शशि मोहन सिंह ने अपने हाथों से सभी 27 गुम मोबाइल फोन मालिकों को उनके मोबाइल फोन वापस किए। यह पल उन नागरिकों के लिए भावुक था, जिन्होंने अपने महंगे और महत्वपूर्ण डेटा से भरे मोबाइल को खोने की उम्मीद लगभग छोड़ दी थी।
इस कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जशपुर, श्री अनिल कुमार सोनी, साइबर सेल से उप निरीक्षक नसीरुद्दीन अंसारी, साइबर सेल के अन्य कर्मचारी, और मोबाइल प्राप्त करने वाले नागरिक उपस्थित रहे।
साइबर सेल का विशेष योगदान: तीन महीने की अथक मेहनत
यह सफलता मुख्य रूप से जशपुर पुलिस की साइबर सेल की अथक मेहनत और तकनीकी दक्षता का परिणाम है। एसएसपी शशि मोहन सिंह के दिशा-निर्देश पर पुलिस ने विगत तीन महीनों में गुम हुए मोबाइल फोन को ढूंढने के लिए एक विशेष अभियान चलाया था। साइबर सेल ने उन्नत तकनीक और ट्रैकिंग पद्धतियों का उपयोग करते हुए, जिले के अलग-अलग थाना/चौकी क्षेत्रों से चोरी/गुम हुए 27 नग मोबाइल फोन को सफलतापूर्वक ढूंढ निकाला।
एसएसपी श्री शशि मोहन सिंह ने इस मामले में बताया कि, “वर्तमान चरण में जशपुर पुलिस मोबाइल रिकवरी अभियान चला कर हमने 27 नग मोबाइल फोन को ढूंढ कर उनके मालिकों को वापस किया है। हमारा प्रयास है कि और भी गुम हुए मोबाइल फोन को ढूंढा जाए। मोबाइल फोनों को ढूंढने में विशेष योगदान देने पर सायबर सेल जशपुर के अधिकारी कर्मचारी को नगद इनाम से पुरस्कृत किया जाएगा।” यह घोषणा पुलिस कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाएगी और उन्हें भविष्य में ऐसे कार्यों के लिए प्रेरित करेगी।
एसएसपी की नागरिकों को हिदायत: डेटा सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण
मोबाइल फोन वापस सौंपते समय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह ने सभी मोबाइल मालिकों और आम नागरिकों से एक महत्वपूर्ण अपील की। उन्होंने कहा कि नागरिकों को अपने मोबाइल फोन को अत्यंत संभाल कर रखना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि मोबाइल का गुम या चोरी होना केवल आर्थिक नुकसान नहीं है, बल्कि यह एक गंभीर सुरक्षा जोखिम भी पैदा करता है।
एसएसपी ने विस्तार से बताया कि, “यदि आपका मोबाइल फोन किसी गलत हाथों में पड़ जाता है, तो उसमें मौजूद आपका जरूरी डेटा (जैसे कि व्यक्तिगत तस्वीरें, बैंक विवरण, कार्य संबंधी दस्तावेज) आसानी से ट्रांसफर या चोरी किया जा सकता है।” उन्होंने आगे चेतावनी दी कि साइबर अपराधी इस डेटा या फोन का उपयोग किसी आपराधिक गतिविधि या जालसाजी के लिए कर सकते हैं, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
साइबर खतरों से बचाव के लिए जरूरी कदम
जशपुर पुलिस मोबाइल रिकवरी की यह सफलता बताती है कि पुलिस कितनी तत्परता से काम कर रही है, लेकिन नागरिकों को भी अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। यहां कुछ आवश्यक कदम दिए गए हैं, जो आपके मोबाइल और डेटा को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं:
- मजबूत पासवर्ड/पिन का उपयोग: हमेशा फिंगरप्रिंट, फेस अनलॉक, या एक मजबूत अल्फ़ान्यूमेरिक पासवर्ड का उपयोग करें।
- डेटा का नियमित बैकअप: अपने सभी महत्वपूर्ण डेटा (तस्वीरें, संपर्क, दस्तावेज) को क्लाउड या बाहरी हार्ड ड्राइव में नियमित रूप से बैकअप करें।
- ‘फाइंड माय डिवाइस’ फीचर सक्रिय रखें: एंड्रॉइड (Find My Device) या आईओएस (Find My iPhone) जैसे फीचर्स को हमेशा ऑन रखें ताकि गुम होने पर आप फोन को ट्रैक कर सकें या डेटा मिटा सकें।
- IMEI नंबर सुरक्षित रखें: अपने मोबाइल फोन का 15 अंकों का IMEI नंबर (डायल करें *#06#) एक सुरक्षित जगह पर लिख कर रखें। यह चोरी होने पर पुलिस को ट्रैक करने में मदद करता है।
- अजनबी लिंक्स से बचें: किसी भी संदिग्ध मैसेज या ईमेल में दिए गए लिंक पर क्लिक न करें।
यदि मोबाइल चोरी या गुम हो जाए तो क्या करें?
जशपुर पुलिस मोबाइल रिकवरी की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए, नागरिकों को मोबाइल गुम होते ही तुरंत निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
- तुरंत FIR दर्ज कराएं: अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन/चौकी में जाकर तुरंत चोरी/गुमशुदगी की प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज कराएं।
- IMEI ब्लॉक करें: पुलिस को FIR दर्ज करवाते समय IMEI नंबर अवश्य दें। इसके अलावा, CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल पर जाकर भी IMEI नंबर को ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू करें।
- खातों को डी-एक्टिवेट करें: यदि संभव हो, तो अपने बैंक खातों और UPI ऐप्स को अस्थायी रूप से डी-एक्टिवेट या एक्सेस ब्लॉक करवाएं।
जशपुर पुलिस मोबाइल रिकवरी के तहत चलाए गए इस विशेष अभियान से यह स्पष्ट है कि पुलिस विभाग नागरिकों की संपत्ति की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। यह सफलता साइबर सेल की तकनीकी क्षमता और एसएसपी जशपुर के नेतृत्व की एक मिसाल है। नागरिकों को भी अब अपनी निजी सुरक्षा के प्रति और अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है।




















