
मरवाही :- जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के नेता अमित जोगी के खिलाफ अब एफआईआर दर्ज होगी. राज्य स्तरीय छानबीन समिति ने अमित जोगी पर एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं. छानबीन समिति की जाँच में ये बात सामने आई है कि अमित जोगी कंवर आदिवासी नहीं है. अमित जोगी ने कंवर आदिवासी का जाति प्रमाण पत्र धोखे से बनवाया है.
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) नेता अमित जोगी को बड़ा झटका लगा है. अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया है. राज्य स्तरीय छानबीन समिति ने अमित जोगी के कास्ट सर्टिफिकेट को निरस्त कर दिया है. हालाँकि अभी मरवाही उप चुनाव के लिए अमित जोगी द्वारा भरे गए नामांकन को रद्द नहीं किया गया है. जाति प्रमाण पत्र निरस्त होने के बाद अब देखना होगा कि अमित जोगी मरवाही उपचुनाव लड़ पाएंगे या नहीं. सूत्रों की मानें तो अमित जोगी की जाति प्रमाण पत्र निरस्त होते ही अमित जोगी द्वारा मरवाही उपचुनाव के लिए भरा गया नामांकन स्वमेव ही शून्य घोषित हो गया है. ऐसे में अमित जोगी मरवाही उपचुनाव नहीं लड़ पाएंगे. इधर अमित जोगी ने अमित जोगी ने इस संबंध में अपना पक्ष रखने के लिए दो दिन का वक्त मांगा है. बता दें कि 31 अक्टूबर 2013 को अमित जोगी को कंवर जाति का प्रमाण पत्र जारी किया गया था. जारी किये गए इस प्रमाण पत्र को राज्य स्तरीय छानबीन समिति ने निरस्त कर दिया है।
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस 3 उम्मीदवार अब भी मैदान में
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जेसीसीजे) से अध्यक्ष अमित जोगी और उनकी पत्नी ऋचा जोगी के अलावा दो और उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है। माना जा रहा है कि जाति विवाद के पेंच को देखते हुए यह कदम उठाया गया है
जोगी परिवार को कहीं न कहीं आशंका है कि उनके प्रमाणपत्र का विवाद मरवाही उपचुनाव में खलल डाल सकता है। इसे देखते हुए पुष्पेश्वरी तंवर और मूलचंद सिंह का भी नामांकन कराया गया है। अगर जोगी परिवार से किसी का पर्चा निरस्त होता है तो दोनों में से कोई एक जोगी कांग्रेस से उम्मीदवार होगा।