छत्तीसगढ़

दुर्ग पुलिस के द्वारा पश्चिम बंगाल के अंतरराज्यीय सोना चोरी करने वाले गैंग को गुजरात से किया गिरफ्तार..

मुंबई, राजस्थान, बेंगलुरु एवं छत्तीसगढ़ के कई जिलों से 3 किलो से अधिक का सोना कर चुके हैं चोरी

दुर्ग पुलिस के द्वारा पश्चिम बंगाल के अंतरराज्यीय सोना चोरी करने वाले गैंग को गुजरात से किया गिरफ्तार जाँच के लिए गठित टीम द्वारा घटना स्थल के आस पास सीसीटीवी कैमरों का फुटेज संकलित किया गया । घटना के तत्काल बाद सभी आवागमन जैसे ट्रेन, बस की जानकारी प्राप्त की गई। आरोपी के संबंध में पश्चिम बंगाल टीम रवाना कर आरोपी अजहर के दिये गये पते की जानकारी प्राप्त की गई जो कि पूर्णतः फर्जी पाया गया। तरीका वारदात के संबंध में अर्न्तराज्यीय गिरोह की जानकारी अलग-अलग राज्यों से संकलित की गई साथ ही साथ तकनीकी विश्लेषण सायबर टीम द्वारा की जा रही थी। विवेचना के दौरान इसी तरीका वारदात से मुंबई में भी आरोपियों के द्वारा घटना करने के संबंध में महत्वपूर्ण सुराग प्राप्त हुये जिसके आधार पर आरोपियों की पतासाजी हेतु 02 अलग-अलग टीम मुंबई महाराष्ट्र एवं गुजरात के लिए रवाना की गई। मुंबई एवं गुजरात पुलिस की मदद से टीम द्वारा दबिश देकर तथाकथित अजहर को हिरासत में लिया गया, जिसके साथ एक अन्य व्यक्ति शुकुर अली को भी हिरासत में लिया गया दोनों से पूछताछ पर दुर्ग में चोरी की घटना करना स्वीकार किया ।

 

पूछताछ पर आरोपी शुकुर अली द्वारा पिछले 10 वर्षों से विश्वासघात कर मुंबई, राजस्थान, इसी तरीका वारदात से सुनियोजित तरीके से चोरी करना एवं सोना राजकोट के केसोड़ में बेचना बताया। इसी दौरान पुलिस के द्वारा पकड़े जाने पर अपनी योजना बदलते हुये किसी अन्य व्यक्ति से अपराध कराना शुरू किया इसी दौरान अपने गैंग में कुसुम ग्राम पश्चिम बंगाल निवासी अजहर उर्फ जिन्नोट उर्फ गोबेट उर्फ शफिजुल, इस्ना बुजरु पश्चिम बंगाल निवासी समत खान, ग्राम कटान पश्चिम बंगाल निवासी साहिल पोरे ऊर्फ रिजु पिता कार्तिक पोरे को शामिल कर चोरी की घटना को अंजाम देने लगा तथा चुराई हुई सम्पति सोना अकरम खान निवासी केसोड़ जुनागढ़ गुजरात को बेचकर रकम को बंटवारा करने लगा । शुकुर अली ने बताया की सभी सदस्यों की फर्जी आईडी बनाकर वारदात के लिए कारीगरों की आवश्यकता वाले स्थानों पर भेजता था तथा आईडी में उल्लेखित स्थान का नक्शा बनाकर उस स्थान की पूरी जानकारी देता था जिससे आरोपियों पर कोई शक ना करे। घटना को अंजाम देने के बाद चोरी करने वाले आरोपियों को साथ लेकर केसोड राजकोट में सोने की बिक्री कर देता था। सभी को स्वयं के द्वारा पूर्व निर्धारित हिस्सेदारी देकर पुनः नये काम की तलाश में लग जाता था। चोरी के दौरान ट्रेन टिकिट, होटल, खाने पीने का खर्च शुकुर अली के द्वारा वहन किया जाता था। शुकुर अली द्वारा जोधपुर राजस्थान, अंधेरी वेस्ट मुंबई, पाली राजस्थान, नांदेड राजस्थान, झावेरी बाजार मुंबई, बैंगलुरू तथा छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में अपने साथीदरान समत, अजहर उर्फ जिन्नोट, साहिल पोरे, अकरम खान के साथ सुनियोजित योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया गया है। थाना कोतवाली दुर्ग के अपराध में शामिल अजहर उर्फ जिन्नोट एवं मास्टर माईड शुकुर अली के निशादेही पर अकरम खान से करीबन 470 ग्राम सोना जप्त किया गया है। पूर्व में आरोपी बैंगलुरू, मुंबई में गिरफ्तार हो चुके है। आरोपियों के संबंध में अन्य राज्यों से संपर्क कर जानकारी प्राप्त की जा रही है।

𝐁𝐇𝐈𝐒𝐌 𝐏𝐀𝐓𝐄𝐋

𝐄𝐝𝐢𝐭𝐨𝐫 𝐚𝐭 𝐇𝐈𝐍𝐃𝐁𝐇𝐀𝐑𝐀𝐓 𝐋𝐢𝐯𝐞 ❤
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